वक्त हालात और जरूरतें सब बदलती हैं वक्त हालात और जरूरतें सब बदलती हैं
समर्पण और प्रेम संबंध समय के साथ बदलते रहते है समर्पण और प्रेम संबंध समय के साथ बदलते रहते है
जगत में होता अनवरत ही बदलाव, आती है जड़ता यदि आया ठहराव। जगत में होता अनवरत ही बदलाव, आती है जड़ता यदि आया ठहराव।
जीवन को बहना होता है अनवरत ना कोई राग ना ही विराग जीवन को बहना होता है अनवरत ना कोई राग ना ही विराग
अविरल बढ़ता हुआ शांत से शोर की ओर अनवरत ये सफर अनजाना। अविरल बढ़ता हुआ शांत से शोर की ओर अनवरत ये सफर अनजाना।
ऐसी अनवरत नियमबद्ध को हमने आप से ही तो है पाया हम आपके ऋणी हैँ ऐसी अनवरत नियमबद्ध को हमने आप से ही तो है पाया हम आपके ऋणी हैँ